Hindi Lesson Plan 512 WBA
भाषा हिन्दी पाठ योजना 512
हेल्लो दोस्तों,
मैं आपको इस पोस्ट के माध्यम से डीएलएड का पाठ योजना बताने जा रहा हूं । जब मैंने D.El.Ed किया था तब मैंने इस पाठ योजना को बनाकर अपने वर्कशॉप में जमा किया था।
सामान्य उद्देश्य -
अपने विचारों को दूसरे के सामने प्रकट करने के माध्यम को भाषा कहते हैं।
भाषा तीन प्रकार के होते हैं
1. मौखिक भाषा
2. लिखित भाषा
3. सांकेतिक भाषा
विशिष्ट उद्देश्य -
बच्चों को भाषा का ज्ञान कराना सभी बच्चे भाषा का प्रयोग करते हैं परंतु उन्हें यह समझ नहीं है कि हम कब कौन सी भाषा का प्रयोग करते हैं ।
पूर्व ज्ञान -
सभी बच्चे भाषा का प्रयोग पहले से करते हैं।
सहायक सामग्री -
चौक, डस्टर, श्यामपट्ट तथा हिंदी के पाठ्य पुस्तक से कुछ चित्रों का इस्तेमाल किया।
प्रस्तावना-
उद्देश्य कथन -
बच्चों का भाषा के प्रति उत्सुकता जागृत करना तथा उन्हें भाषा का ज्ञान कराना ताकि बच्चों के अंदर भाषा की समझ उत्पन्न हो सके।
प्रस्तुतीकरण-
भाषा जिसके द्वारा हम अपने मन के विचारों को दूसरे के सामने प्रकट करते हैं उसे भाषा कहा जाता है ।
भाषा तीन प्रकार के होते हैं।
1. मौखिक भाषा - बोल कर दूसरों को बताना मौखिक भाषा है ।
जैसे - बोल कर पानी मांगना।
2. लिखित भाषा - लिख कर किसी को बताना लिखित भाषा है ।
जैसे - किसी के पास पत्र लिखकर बताना।
3. सांकेतिक भाषा - किसी को इशारों के माध्यम से बताने को सांकेतिक भाषा कहते हैं ।
जैसे - इशारे से किसी को बुलाना।
श्यामपट्ट कार्य -
भाषा के बारे में श्यामपट्ट पर लिखकर बच्चों से कॉपी में उतारने के लिए कहना तथा प्रत्येक बच्चे से पढ़वाना।
मूल्यांकन-
सभी छात्रों से भाषा का भेद पूछा ।
सभी बच्चों से मौखिक भाषा लिखित भाषा तथा संकेतिक भाषा का एक-एक उदाहरण पूछा।
पुनरावृति प्रश्न या कार्य -
- भाषा किसे कहते हैं ?
- मौखिक भाषा क्या है ?
- पत्र लिखना में कौन सा भाषा का प्रयोग किया जाता है?
गृह कार्य -
सभी बच्चे भाषा तथा उसके भेदों की परिभाषा उदाहरण के साथ याद करके आएंगे।
संदर्भ -
सभी बच्चों ने भाषा के संदर्भ में अच्छे से ज्ञान प्राप्त किया तथा उसमें भाषा की समझ उत्पन्न हुई।
और अंत में मैं ये उम्मीद करता हूँ की आपको ये पोस्ट जरूर पसंद आया होगा | अगर आपको ये आर्टिकल पसंद आया है तो आप जरूर से जरूर कमेंट करके बताएं |
धन्यवाद !
0 Comments
एक टिप्पणी भेजें
अगर आपको ये पोस्ट पसंद आया हो तो comment जरूर करें |